Report of the seminar on Pandit Madhusudan Ojha's Ambhovada.
प्रतिवेदन
श्री शंकर शिक्षायतन द्वारा पं. मधुसूदन ओझा प्रणीत सृष्टिविषयक वादग्रन्थविमर्श शृंखला के अन्तर्गत दिनांक २७ फरवरी २०२१ को अम्भोवादविमर्श विषयक राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का समायोजन किया गया।
संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन करते हुए प्रो. सन्तोष कुमार शुक्ल, समन्वयक, श्री शंकर शिक्षायतन ने कहा कि ऋग्वेद के दशवें मण्डल के नासदीय सूक्त में सृष्टि विषयक विविध वादों का संकेत प्राप्त होता है-
को अद्धा वेद क इह प्र वोचत्कुत आजाता कुत इयं विसृष्टिः ।
अर्वाग्देवा अस्य विसर्जनेनाथा को वेद यत आबभूव ॥
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