Vyomavada argues that the universe was created from space or vyoma. The book explains that space existed along with the Sun and the Earth. Since both the Sun and the Earth exist in the form of mass, neither are enduring and eternal. Space is their origin and both are sustained in space. Space does not have a cause and nor does it end. There is nothing except it; It is the basis of the cosmos.
व्योमवाद
व्योमवाद का तर्क है कि ब्रह्मांड अंतरिक्ष या व्योम से बनाया गया था। पुस्तक बताती है कि सूर्य और पृथ्वी के साथ अंतरिक्ष का अस्तित्व था। चूंकि सूर्य और पृथ्वी दोनों द्रव्यमान के रूप में मौजूद हैं, न तो स्थायी और शाश्वत हैं। अंतरिक्ष उनका मूल है और दोनों अंतरिक्ष में बने हुए हैं। अंतरिक्ष का कोई कारण नहीं है और न ही यह समाप्त होता है। इसके सिवा कुछ भी नहीं है; यह ब्रह्मांड का आधार है।