Gita shastra focuses primarily on budhiyoga. But it also highlights atma, brahmakarma, karmayoga, jnanayoga and bhaktiyoga. Understanding these six topics is essential to realise the true meaning of Gita.
आत्मपरीक्षा
गीता शास्त्र मुख्य रूप से बुद्धियोग पर केंद्रित है। लेकिन इसमें आत्मा, ब्रह्मकर्म, कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग पर भी प्रकाश डाला गया है। गीता के सही अर्थ को समझने के लिए इन छह विषयों को समझना आवश्यक है।