This is the collection of talks on Veda which Pandit Motilal Shastri gave on the All India Radio in 1953. In these talks, Shastriji has explained how the scientific meaning of the Veda was lost over the years and the Veda became merely a collection of volumes. He has argued how fundamental elements like fire, air, and sun were the true essence of the Veda and not the volume of mantras.
वेद का स्वरूप विचार यह वेद पर वार्ता का संग्रह है जो पंडित मोतीलाल शास्त्री ने 1953 में ऑल इंडिया रेडियो पर दिया था । इन वार्ताओं में, शास्त्री जी ने बताया है कि कैसे वर्षों में वेद का वैज्ञानिक अर्थ खो गया और वेद केवल संस्करणों का संग्रह बन गया । उन्होंने तर्क दिया है कि अग्नि, वायु और सूर्य जैसे मूलभूत तत्व वेद का वास्तविक सार थे न कि मंत्रों का आयतन ।